रिटायरमेंट के लिए लंबी अवधि के निवेश योजनाएं बेहद महत्वपूर्ण होती हैं। जब आप बुढ़ापे में आराम से जीवन व्यतीत करना चाहते हैं, तो इन योजनाओं का सही विकल्प चुनना बहुत जरूरी होता है। सरकार की ओर से चलाई जा रही कुछ प्रमुख रिटायरमेंट निवेश योजनाएं हैं – ईपीएफ, पीपीएफ और वीपीएफ। आइए जानते हैं कि इनमें से कौन सी योजना आपके लिए सबसे उपयुक्त हो सकती है। HDFC बैंक शेयर: निवेश का एक सुनहरा मौका, 45% की उम्मीद से ज्यादा रिटर्न
EPF(कर्मचारी भविष्य निधि)
यह एक अनिवार्य योजना है, जिसमें नियोक्ता और कर्मचारी दोनों का योगदान शामिल होता है। इसमें आपको वेतन के एक निश्चित हिस्से को निवेश करना होता है। सेवानिवृत्ति के समय पूरी राशि प्राप्त होती है, लेकिन इससे पहले भी आंशिक निकासी की अनुमति है। यह वेतनभोगी व्यक्तियों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है।
PPF (सार्वजनिक भविष्य निधि)
पीपीएफ एक लंबी अवधि की बचत योजना है जिसकी न्यूनतम अवधि 15 वर्ष है। इसमें निवेश करने पर आयकर में छूट भी मिलती है। इसमें कोई भी व्यक्ति निवेश कर सकता है, चाहे वह नौकरीपेशा हो या स्वरोजगार। हालांकि, इसमें निकासी पर कुछ नियम लागू होते हैं।
VPF (स्वैच्छिक प्रोविडेंट फंड)
यह ईपीएफ की तरह ही एक योजना है, लेकिन इसमें निवेश की राशि तय नहीं होती। आप अपनी इच्छानुसार अधिक राशि निवेश कर सकते हैं। इसमें भी आयकर छूट का लाभ मिलता है और 5 वर्ष बाद निकासी की अनुमति होती है।
इन तीनों योजनाओं में से आपको अपनी आवश्यकताओं और वित्तीय स्थिति के आधार पर सबसे उपयुक्त विकल्प चुनना चाहिए। जिस योजना में भी निवेश करें, सुनिश्चित करें कि आप रिटायरमेंट के बाद आराम से जीवन व्यतीत कर सकें। अपने भविष्य के लिए आज ही निवेश करना शुरू कर दें!
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