डायवर्सिफिकेशन क्या है ?

kpinvestinghub

निवेश करना अपने भविष्य के लिए बचत करने का एक बेहतरीन तरीका है। हालांकि, निवेश से जुड़े जोखिम भी काफी हैं। बाजार की अनिश्चितताओं और उतार-चढ़ाव के कारण, आपकी पूंजी पूरी तरह से सुरक्षित नहीं रह सकती। यही वजह है कि अधिकांश विशेषज्ञ निवेशकों को विविधीकरण की सलाह देते हैं।

विविधीकरण एक जोखिम प्रबंधन तकनीक है जिसके द्वारा आप अपने पोर्टफोलियो को अलग-अलग वित्तीय उपकरणों, उद्योगों और अन्य श्रेणियों में विभाजित करते हैं। इसका उद्देश्य जोखिम को न्यूनतम करते हुए उच्चतम रिटर्न प्राप्त करना है। यह एक्का निवेश की तुलना में बहुत बेहतर विकल्प है क्योंकि यदि एक निवेश विफल हो जाता है तो आपके पोर्टफोलियो में शामिल अन्य निवेश आपको सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं।

अनुभवी निवेशकों का मानना है कि विविधीकरण दीर्घकालिक वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने का सबसे महत्वपूर्ण घटक है, हालांकि यह नुकसान की गारंटी नहीं देता है। इसलिए समझदारी से विविधीकरण करना बेहद जरूरी है।

म्युचुअल फंड में विविधीकरण

म्युचुअल फंड निवेश में विविधीकरण का मतलब है विभिन्न प्रकार के म्युचुअल फंडों में निवेश करना। ये फंड मुख्य रूप से तीन श्रेणियों में बंटे होते हैं – इक्विटी म्युचुअल फंड, डेट म्युचुअल फंड और गोल्ड फंड। इनमें से इक्विटी सबसे अधिक जोखिमपूर्ण है जबकि गोल्ड सबसे कम जोखिमपूर्ण माना जाता है। इन मुख्य श्रेणियों के अंतर्गत और उप-श्रेणियां भी होती हैं।

एक आदर्श विविधीकृत पोर्टफोलियो बनाने के लिए पहला कदम अपनी जोखिम सहनशीलता को परिभाषित करना है। यदि आप उच्च जोखिम सहनशील हैं तो आप उच्च जोखिम वाले इक्विटी फंडों में अधिक निवेश कर सकते हैं। दूसरी ओर, कम जोखिम सहनशील निवेशकों को डेट और गोल्ड फंडों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। एक बार जब आप अपनी जोखिम सहनशीलता का पता लगा लेते हैं, तो आप इसी आधार पर अपने लक्ष्यों और लंबी अवधि की योजनाओं को मेल कर सकते हैं।

विविधीकृत पोर्टफोलियो बनाना

एक विविधीकृत पोर्टफोलियो बनाने का दूसरा महत्वपूर्ण कदम है विभिन्न निवेश उपकरणों को शामिल करना। इसमें शेयर, बॉन्ड, म्युचुअल फंड, रियल एस्टेट और अन्य सुरक्षित उपकरण शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा, आपको विभिन्न उद्योगों से संबंधित निवेशों को भी शामिल करना चाहिए ताकि किसी एक उद्योग पर निर्भरता न रहे। उदाहरण के लिए, आप फार्मा, आईटी, बैंकिंग और अन्य क्षेत्रों के निवेशों को पोर्टफोलियो में शामिल कर सकते हैं। इस प्रकार आप उद्योग-विशिष्ट जोखिमों से बच सकते हैं। बिना ATM के मोबाइल से भी निकाल सकते हे पैसे – जानिए पूरी जानकारी

फंड प्रबंधक की भूमिका भी महत्वपूर्ण है क्योंकि वे ही तय करते हैं कि पोर्टफोलियो में क्या शामिल किया जाए। इसलिए एक अनुभवी और विश्वसनीय फंड प्रबंधक का चयन करना बहुत जरूरी है। आपको उनके पिछले ट्रैक रिकॉर्ड और निवेश शैली को समझना चाहिए।

डायवर्सिफिकेशन क्या है ?

विविधीकरण के फायदे

विविधीकरण निवेशकों को कई लाभ प्रदान करता है। सबसे महत्वपूर्ण लाभ जोखिम न्यूनीकरण है। जब आप विभिन्न उपकरणों और क्षेत्रों में निवेश करते हैं, तो किसी एक क्षेत्र में नुकसान का असर आपके पूरे पोर्टफोलियो पर नहीं पड़ता। साथ ही, विविधीकरण उच्च औसत रिटर्न प्राप्त करने में भी मदद करता है क्योंकि नुकसान की भरपाई लाभ से की जा सकती है।

इसके अलावा, विविधीकरण से लंबी अवधि के लक्ष्यों को प्राप्त करना भी आसान हो जाता है। उदाहरण के लिए, अगर आप सेवानिवृत्ति के लिए बचत कर रहे हैं तो विविधीकरण आपके लिए लाभदायक साबित हो सकता है। आपके पोर्टफोलियो में कुछ उच्च जोखिम वाले निवेश बेहतर रिटर्न देने में मदद करेंगे, जबकि कम जोखिम वाले निवेश नुकसान से बचाएंगे।

निवेशकों के लिए विविधीकरण क्यों महत्वपूर्ण है?

निवेशकों के लिए विविधीकरण बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे कई लाभ प्राप्त होते हैं:

  1. जोखिम न्यूनीकरण: यह विविधीकरण का सबसे बड़ा लाभ है। जब आप एक ही उपकरण या क्षेत्र में निवेश करते हैं, तो आप पूरी तरह से उस जोखिम को लेते हैं। लेकिन विभिन्न उपकरणों और क्षेत्रों में निवेश करने से जोखिम बंट जाता है। अगर एक निवेश नुकसान में है तो दूसरे निवेश से लाभ मिलेगा और नुकसान की भरपाई हो जाएगी।
  2. उच्च रिटर्न अर्जित करना: विविधीकरण से न केवल जोखिम कम होता है बल्कि साथ ही औसत रिटर्न भी बेहतर मिलता है। जब आप कई प्रकार के निवेशों में पैसा लगाते हैं, तो कुछ निवेश शानदार रिटर्न देंगे जबकि कुछ औसत या कम रिटर्न देंगे। लेकिन औसत रिटर्न एकल निवेश से अधिक होगा।
  3. लंबी अवधि के लक्ष्यों को प्राप्त करना: विविधीकरण से लंबी अवधि के लक्ष्यों जैसे बच्चों की शिक्षा, आवास खरीदना या सेवानिवृत्ति की योजना बनाना आसान हो जाता है। एक विविधीकृत पोर्टफोलियो में कुछ उच्च जोखिम उपकरण शामिल होते हैं जो उच्च रिटर्न देते हैं, जबकि निम्न जोखिम उपकरण पैसे की सुरक्षा करते हैं।
  4. स्थिरता बनाए रखना: एकल निवेश में बहुत अधिक उतार-चढ़ाव होते हैं, जो मानसिक तनाव का कारण बन सकते हैं। लेकिन विविधीकृत पोर्टफोलियो में निवेश का जोखिम बंटा होता है इसलिए उतार-चढ़ाव भी कम होते हैं और स्थिरता बनी रहती है।
  5. निवेश अवसरों का लाभ उठाना: कई बार कुछ निवेश बेहतरीन अवसर प्रदान करते हैं लेकिन उच्च जोखिम के कारण लोग उनमें निवेश नहीं करते। विविधीकरण से आप थोड़ा अंश ऐसे जोखिमी लेकिन पुरस्कारपूर्ण निवेशों में भी लगा सकते हैं।

इन कारणों से विविधीकरण एक बुनियादी सिद्धांत है जिसे हर निवेशक को अपनाना चाहिए। यह न केवल जोखिम कम करता है बल्कि रिटर्न बढ़ाने और लक्ष्य प्राप्त करने में भी मदद करता है। एक समझदार विविधीकरण रणनीति निवेशकों को लंबी अवधि में सफल बनाती है।

डायवर्सिफिकेशन क्या है ?

अति-विविधीकरण से बचें

हालांकि, विविधीकरण बहुत अधिक न करें इससे नुकसान हो सकता है। अति-विविधीकरण की स्थिति में लगातार फंड फीस और शुल्क का भुगतान करना पड़ता है जो आपके रिटर्न को कम कर सकते हैं। इसके अलावा, बहुत अधिक सुरक्षाओं का प्रबंधन करना मुश्किल हो सकता है।

इसलिए आदर्श विविधीकरण की जरूरत है जो जोखिम को कम करे और साथ ही उच्च रिटर्न भी प्रदान करे। एक आदर्श विविधीकृत पोर्टफोलियो में 15-20 सुरक्षाएं होनी चाहिए ताकि जोखिम और लाभ के बीच एक संतुलन बना रहे। बहुत कम सुरक्षाएं जोखिम बढ़ा देंगी जबकि बहुत अधिक सुरक्षाएं लाभ को कम कर देंगी।


विविधीकरण एक मूलभूत और महत्वपूर्ण सिद्धांत है जिसे हर निवेशक को अपनाना चाहिए। यह जोखिम को कम करने और उच्च रिटर्न प्राप्त करने में मदद करता है। एक समझदार विविधीकरण रणनीति आपकी लंबी अवधि की वित्तीय योजनाओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। हालांकि, अति-विविधीकरण से बचना भी उतना ही जरूरी है। जोखिम और लाभ के बीच एक संतुलन बनाए रखना निवेश की कुंजी है।

डायवर्सिफिकेशन क्या है ?

Disclaimer: यहां स्‍टॉक्‍स में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस द्वारा दी गई है. ये kpinvestinghub.com के विचार नहीं हैं. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें. यह जानकारी केवल सामान्य मार्गदर्शन के लिए है और इसे किसी भी प्रकार के निवेश या वित्तीय निर्णय के लिए सीधे सलाह के रूप में नहीं लेना चाहिए। निवेश से पहले, sebi registered इन्वेस्टर का व्यापक विचार-विमर्श और यथासंभव स्वतंत्र पेशेवर सलाह लेनी चाहिए। हमारी कोई भी सिफारिश या जानकारी व्यक्तिगत परिस्थितियों के बारे में नहीं है और इसलिए उस पर निर्भर नहीं होना चाहिए। हम इस जानकारी में किसी भी त्रुटि के लिए उत्तरदायित्व या जिम्मेदारी नहीं स्वीकार करते हैं।

Share This Article
Leave a comment